लैब में हीरा कैसे बनाएं? कैसे बने हीरा व्यापारी? और आखिर हीरा व्यापारी कितना पैसे कमाते हैं? यह प्रश्न कभी न कभी आपके जेहन में जरूर आया होगा और आप बड़े शिद्दत से जानने की कोशिश भी करते होंगे कि आखिर 90 बिलीयन डॉलर के इस हीरा इंडस्ट्री के अंदर कैसे एंट्री किया जाए और कैसे इसमें कमाई किया जाए?
आज के इस आर्टिकल में हम आपको इसी के बारे में डिटेल जानकारी देने वाले हैंलेकिन सबसे पहले जानते हैं इसकी मार्केट साइज के बारे में
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ग्लोबल हिरा मार्केट साइज
ग्लोबल की मार्केट 90 बिलियन डॉलर का है यह बिजनेस 7% के CAGR के साथ Year By Year बढ़ रहा है, एक और फैक्ट है जो आपको जानना जरूरी है पूरे ग्लोबलहिरा मार्केट का 90% प्रोडक्शनभारत के सूरत शहर में किया जाता है |
आज के समय में, यदि आप हीरा व्यवसाय में प्रवेश करना चाहते हैं, तो आपको प्राकृतिक हीरे के बजाय Man-made Diamond पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि आप लोगों को लग्जरी हीरा उत्पादों को सस्ती कीमतों पर उपलब्ध करा सकते हैं और अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
नेचुरल डायमंड vs Lab ग्रोन डायमंड
प्राकृतिक हीरा (Natutal Diamond):
- प्राकृतिक हीरा बनने में 1000 से 3000 साल तक का समय लगता है।
- दुर्लभ होने के कारण प्राकृतिक हीरे काफी महंगे होते हैं।
- ये दुनिया का सबसे कठोर प्राकृतिक पदार्थ है।
- लैब में बनाए गए हीरे दिखने में बिल्कुल एक जैसे होते हैं। अनुभवी जौहरी ही विशेष उपकरणों से इनमें अंतर बता सकते हैं।
- इनके खनन से पर्यावरण को नुकसान पहुंच सकता है
Man-made Diamond:
- कैरेट के अनुसार 7 से 40 दिनों में बनाया जा सकता है।
- ये भी काफी कठोर होते हैं, लेकिन प्राकृतिक हीरों जितने नहीं। फिर भी रोजमर्रा के इस्तेमाल के लिए ये काफी मजबूत हैं।
- प्राकृतिक हीरे की तुलना में काफी सस्ता।
- इन्हें बनाने में प्राकृतिक संसाधनों का कम दोहन होता है, इसलिए ये पर्यावरण के लिए ज्यादा अनुकूल माने जाते हैं।
अगर हम नेचुरल हीरा की तरफ देखें तो इसके बनने के लिए कम से कम 1000 से लेकर 3000 साल तक का समय लगता हैवहीं पर अगर हम लैब में हीरे का निर्माण करते हैं तो कैरेट के हिसाब से 7 दिन से लेकर के 40 दिन तक मेंआप नेचुरल हीरा के खूब बहुत कॉपी को तैयार कर सकते हैंऔर नेक्स्ट दो दिन में प्रोडक्शन करके मार्केट में लॉन्च कर सकते हैं
लैब में हीरा कैसे बनाएं (How to Grow Diamond in Lab)?
हीरा बनाने का प्रक्रिया बहुत ही आसान है इसके लिए सबसे पहले आपको सीबीडी डायमंड (CVD Diamond Making) के प्रक्रिया के तरफ बढ़ना चाहिए इसमें आपको जो मशीन लगेगी वह मशीन है सीबीडी डायमंड लैब ग्रोइंग मशीन| इस मशीन की सहायता से आप हीरे की 200 से 300 माइक्रोन सेट को सीट के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं अब आपको करना क्या है की सबसे पहले मशीन के अंदर इस 300 माइक्रोन के डायमंड सेट को रखना है और प्रॉपरप्रेशर टेंपरेचर और मीथेन गैस कार्बन गैस की मात्रा के साथ एक एनवायरमेंट क्रिएट करना हैयह एनवायरमेंट वैसा ही है जैसा नेचुरल डायमंड को बनाते समय नेचर के द्वारा क्रिएट किया जाता है और धीरे-धीरेइसी प्रक्रिया को 7 से 40 दिन तक कंटिन्यू करते हैं और हमारे पास लैब ग्राउंड डायमंड बनकर तैयार हो जाता है
लब ग्रोन डायमंडकी कटिंग कैसे करते हैं (How to Cut Lab Growing Diamond)
लाइफ ग्रोन डायमंड की कटिंग करने से पहले आपको एक प्रॉपर डिजाइन तैयार करना होता है की किस शॉप मेंहम डायमंड को कट करेंगेऔर एक बार यह डिजाइन तैयार हो जाता है तो इसको कटिंग डिपार्टमेंट में भेज दिया जाता है जहां लेजर की मदद से इस सब और इस डिजाइन मेंडायमंड को काट दिया जाता है
डायमंड की पॉलिशिंग कैसे करते हैं (How to Polish Diamond)
डायमंड की पॉलिशिंग करने के लिए आपको डायमंड पॉलिशिंग मशीन की जरूरत पड़ेगी इस मशीन में डायमंड को रख देते हैं और उसके सब के हिसाब से यह मशीन डायमंड को पोलिश करके रेडी कर देती है ज्वेलरी बनाने के लिए
लब ग्रोन डायमंड और नेचुरल डायमंड में डिफरेंस क्या होता है? (Diffrence About Lab Grown Diamond and Natural Diamond)
लेब्रोन डायमंड और नेचुरल डायमंड में सबसे बड़ा डिफरेंस होता है इसकी हार्डनेस को लेकर केजितना हार्ड नेचुरल डायमंड होता है उतना हार्ड लाइव ग्राउंड डायमंड नहीं होता है लेकिन अगर आप नेचुरल राइट से अपने आंखों से देखने की कोशिश करेंगे तो इन दोनों में आपको बहुत ज्यादा डिफरेंट समझ में नहीं आएगा यद्यपि एक मशहूर हीरा व्यापारी भी इसको डिफरेंटशिएट नहीं कर सकता है| इसकी जांच के लिए आपको हमेशा लैब का ही मदद लेना पड़ेगा तभी आप जान पाएंगे कि यह लाइव ग्राउंड डायमंड है या फिर नेचुरल डायमंडहै
अगर आप लाइव ग्राउंड डायमंड के बारे में ज्यादा जानकारी चाहते हैं तो इस वीडियो को देखिए यहां पर कंप्लीट तरीके बताए गए हैं कि कैसे लाइव ग्राउंड डायमंड विकसित किए जाते हैं
लाइव ग्रोन डायमंड और नेचुरल डायमंड में प्राइस डिफरेंस क्या होता है (Dirence Between Lab Grown Diamond & Natural Diamond)
इन दोनों में बहुत ज्यादा प्राइस डिफरेंस होता हैअगर मैं आपको कहूं तो 90:10 का रेशियो होता है| मान लीजिए कि आपने एक नेचुरल डायमंड को ₹100000 में परचेस किया तो वही कॉपी आपको लेबरों डायमंड मात्र ₹10000 में अवेलेबल हो सकता है और यही कारण है की मार्केट में नेचुरल डायमंड की कंपैरिजन में लाइव ग्राउंड डायमंड का ज्यादा डिमांड बढ़ रहा है
हीरा व्यापारी कितना कमाते हैं (How much Diamond Dealer Earn)?
अगर आप मैन्युफैक्चरर नहीं है और सिर्फ डीलर है तो आप 26.5 डॉलर/Hrs के करीब कमाई कर पाएंगे लेकिन अगर आपका व्यवसायकाफी तेज गति से गो किया और अपने फ्रेंचाइजी मॉडल में इस बिजनेस को कन्वर्ट कर दिया तो आप इसे अर्बन की संपत्ति भी बना सकते हैं
हीरे का बिजनेस कैसे करें (How to Start Diamond Business)?
हीरे का व्यापार आप दो तरीके से कर सकते हैं पहले जो ट्रेडिंग का काम है यानी मैन्युफैक्चरर से आप हीरा को परचेस करें और मार्केट के अंदर बीच डालें और दूसरा की अपना खुद का लब सेटअप करें और वहां से डीलर्स को माल सप्लाई करें इसी बिजनेस को करने का एक और तरीका है और वह यह है कि आप हीरे के बिजनेस कोकिसी कंपनी का फ्रेंचाइजी लेकर के भी शुरू कर सकते हैं
बाजार का आकार (Global Diamond Market Size):
ग्लोबल हीरा बाजार 90 अरब डॉलर का है और यह 7% CAGR के साथ सालाना 10% बढ़ रहा है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि पूरे ग्लोबल हीरा बाजार का 90% उत्पादन भारत के सूरत शहर में होता है।
क्यों हैं Man-made Diamond Demand?
आज के समय में, यदि आप हीरा व्यवसाय में प्रवेश करना चाहते हैं, तो आपको प्राकृतिक हीरे के बजाय Man-made Diamond पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि आप लोगों को लग्जरी हीरा उत्पादों को सस्ती कीमतों पर उपलब्ध करा सकते हैं और अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
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